इलाहाबाद बैंक की कुछ रोचक जानकारियां और इतिहास
Allahabad बैंक और इलाहाबाद बैंक यह 157 साल पुराना बैंक है ,यहां बैंक देश के कोने-कोने और विदेशों तक सेवा दे चुका है ।यह ब्रिटिश काल में शुरुआत हुआ एक बैंक था। और ब्रिटिश हुकूमत के सरक्षण में यह बैंक था । यह एक सरकारी बैंक है, जिसकी स्थापना 24 अप्रैल 1865 को किया गया था । बाद में इस बैंक का विलय इंडियन बैंक के साथ कर दिया गया था । और बाद मे विलय करने के बाद यह देश का सातवां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन गया है ।
इस बैंक की स्थापना कब हुई :-
यह बैंक 157 साल पुराना बैंक है जिसकी स्थापना 24 अप्रैल 1865 को किया गया था । और इसे इलाहाबाद में स्थापित किया गया था ।
इस बैंक की स्थापना किसने की और इतिहास :-
यह बैंक भारत के स्वामित्व वाली अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली बैंकिंग कंपनि है। बैंकिंग में खुद को बेहतरीन ढंग से स्थापित करने वाले देश के राष्ट्रीय बैंकों में से एक इलाहाबाद बैंक की पहचान अब खत्म होने वाली है । इलाहाबाद बैंक विलय हो चुका है यह देश के कोने-कोने और विदेशों तक सेवा देख चुका है। यह ब्रिटिश काल में शुरूआत किया गया था । जिसकी संरक्षण खुद ब्रिटिश हुकूमत करती थी ।इसकी शुरुआत ब्रिटिश हुकूमत ने एक छोटे से कमरे में हुई थी। जिसे इलाहाबाद में एक चौक मे स्थापित किया गया था ।
इस बैंक को यूरोपीय व्यापारी की अगुवाई में भारतीय व्यापारियों के साथ मिलकर इस बैंक की शुरुआत किया था । साथ में छोटे से हिस्से के बाद भवन का अगला हिस्सा भी बैंक संचालित करने को को मिल गया था, प्रथम तल के एक कमरे में यह बैंक धीरे-धीरे पूरा इलाहबाद में प्रसिध्द हो गया और इलाहाबादयों के लिए बेहतरीन विकल्प बन गया था । उसके बाद पूरे इलाहाबाद मैं उनकी कई सारे शाखाएं खुल ने लगी । और उसके बाद पूरे देश में कई सारी शाखाएं धीरे-धीरे खुलने लगी । 19 जुलाई 1969 में भारत सरकार ने अन्य 13 बैंकों के साथ इलाहाबाद बैंक का राष्ट्रीयकरण किया था।
यह बैंक दो दशक मे पूरे प्रदेश में शाखाएं खोल लिया । और दो दशक संपूर्ण रूप से प्रसिद्ध होने के बाद, साल 2006 में इलाहाबाद की एक शाखा चीन में भी खोला गया। और उसके बाद हांगकांग जैसे देशो मे भी इनकी शाखा खोला गया । और इस बैंक की कई सारे शाखा विस्तृत रूप से खुलने लगी ।
उसके बाद सन् 2010 से यह बैंक घाटे के दौर पर चल रहा था ।इसलिए सरकार द्वारा ऐलान किया गया की इस बैंक का इंडियन बैंक के साथ विलय कर दिया जाए । यह बैंक एक सरकारी बैंक है इंडियन बैंक की सहायक कंपनी है यह इंडियन बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है 30 अगस्त 2019 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उसने इलाहाबाद बैंक को इंडियन बैंक के साथ विलय की घोषणा किया था। उसके बाद 1 जुलाई 2020 को आखिरकार इस बैंक को इंडियन बैंक में विलय कर ही दिया गया ।
इसका मुख्यालय कहां है :-
इस बैंक का मुख्यालय कोलकाता भारत में स्थित है ।
यह बैंक कौन कौन सी सेवा देती है :-
यह बैंक फाइनेंस इंश्योरेंस ग्राहक बैंकिंग कॉरपोरेट बैंक और सभी तरह के लेनदेन में यह कार्य करती है।
इस बैंक कितनी शाखाएं और एटीएम है :-
इस बैंक की लगभग 4000 से अधिक शाखाएं और 2,000 से अधिक एटीएम मशीनें लगी हुई थी । जिसमें लगभग 23000 से अधिक लोग कार्य कर रहे थे।